Monday, November 23, 2020

सइयाँ के नगरिया

काहाँ बाड़ी सइयाँ के नगरिया ए सखी 
हम के बतादS डहरिया ए सखी 

हम लखिइयाँ  के खेली गर्ववली 
सुपली, मउनिया, घेरावाना सजवली 
त्र्प्राइ के त्र्प्रल्हडपन झंकलसी चुपे चुपे 
बीति गइली उहो उमरिया ए सखी 
तबो नाही मिलली नगरिया ए सखी 
हमरा नयनवाँ के कीरिया ए सखी 
हमके बतादS डहरिया ए सखी 
काहाँ बाड़ी सइयां के नगरिया ए सखी 
हमके बतादS डहरिया ए सखी 

रसे रसे देहिया के ढेढो गदरइली 
उठे लगले त्र्प्रंचेरा त्र्प्रा त्र्प्रंखी बउलइली 
थाही थाही डेगवा उठावे लगली गते गते, 
लोग मारे लगले नजरिया ए सखी 
कतहूँ ना लउकलि नगरिया ए सखी 
हमके देखादS डहरिया ए सखी 
इचिका तूं करितू फीकीरिया ए सखी 
कहाँ बाड़ी सइया के नगरिया ए सखी 
हमके बतादS डहरिया ए सखी 

सोचली की कबोले तS बलूम भेटइहे 
हम तनी बढ़ी ऊ हो त्र्प्रावत होइहे 
चोलिया मसकली पसेने तर तर भइली 
तपली जवानी के भू भूरिया ए सखी 
जेने ताकी त्र्प्रोनिये त्र्प्रंजोरिया ए सखी 
तबहूँ नगरिया त्र्प्रन्हरिया ए सखी 
केहू ना मिलल घनहरिया ए सखी 
काहाँ बाड़ी सइया के नगरिया ए सखी 
हमके बतादS डहरिया ए साखी 

चलत चलत मोरे पंउत्र्प्रा पिरइले 
मोरि पयजनिया गरद चढ़ी गइले 
भारी भइली झीनी झीनी सारी देहिया के, 
त्र्प्रब पीर उठे लगली कमरिया ए सखी 
दे दीतू तनी करजीरिया ए सखी 
बूझीला ना मिलिहे नगरिया ए सखी 
ऊ हे त्र्प्रब लेसु त्र्प्रंकवरिया ए सखी 
काहाँ बाड़ी सइया के नगरिया ए सखी 
हमके बतादS डहरिया ए सखी 

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