काहाँ बाड़ी सइयाँ के नगरिया ए सखी
हम के बतादS डहरिया ए सखी
1
हम लखिइयाँ के खेली गर्ववली
सुपली, मउनिया, घेरावाना सजवली
त्र्प्राइ के त्र्प्रल्हडपन झंकलसी चुपे चुपे
बीति गइली उहो उमरिया ए सखी
तबो नाही मिलली नगरिया ए सखी
हमरा नयनवाँ के कीरिया ए सखी
हमके बतादS डहरिया ए सखी
काहाँ बाड़ी सइयां के नगरिया ए सखी
हमके बतादS डहरिया ए सखी
2
रसे रसे देहिया के ढेढो गदरइली
उठे लगले त्र्प्रंचेरा त्र्प्रा त्र्प्रंखी बउलइली
थाही थाही डेगवा उठावे लगली गते गते,
लोग मारे लगले नजरिया ए सखी
कतहूँ ना लउकलि नगरिया ए सखी
हमके देखादS डहरिया ए सखी
इचिका तूं करितू फीकीरिया ए सखी
कहाँ बाड़ी सइया के नगरिया ए सखी
हमके बतादS डहरिया ए सखी
3
सोचली की कबोले तS बलूम भेटइहे
हम तनी बढ़ी ऊ हो त्र्प्रावत होइहे
चोलिया मसकली पसेने तर तर भइली
तपली जवानी के भू भूरिया ए सखी
जेने ताकी त्र्प्रोनिये त्र्प्रंजोरिया ए सखी
तबहूँ नगरिया त्र्प्रन्हरिया ए सखी
केहू ना मिलल घनहरिया ए सखी
काहाँ बाड़ी सइया के नगरिया ए सखी
हमके बतादS डहरिया ए साखी
4
चलत चलत मोरे पंउत्र्प्रा पिरइले
मोरि पयजनिया गरद चढ़ी गइले
भारी भइली झीनी झीनी सारी देहिया के,
त्र्प्रब पीर उठे लगली कमरिया ए सखी
दे दीतू तनी करजीरिया ए सखी
बूझीला ना मिलिहे नगरिया ए सखी
ऊ हे त्र्प्रब लेसु त्र्प्रंकवरिया ए सखी
काहाँ बाड़ी सइया के नगरिया ए सखी
हमके बतादS डहरिया ए सखी
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