जीवन की जीत
नीचे पानी, उपर पानी नीचे उपर पानी ।
इस दुनियाँ में फैल रही है, ईश्वर तेरी कहानी ।
इधर समुन्दर कूप तड़ाग, उपर बादल भागम भाग
।
बीच में सुन्दर दुनिया तेरी, कहीं मलय कहि आग।
दुःख की दुनिया, सुख की दुनियाँ,
इस दुनियों के अन्दर है दुनियां।
इस दुनियां का राज़ न जाने,
जाने कोई गगनेया
साधू सेवक सेठ महोप, मंजर जब तक जले ये दोप।
दीप गया तो हुआ अंधेरा, मत कर रे इ हरी फेरा।
गा मंगल के गीत ।
नेह तवस्था कर ले जग में, यह जीवन की जीत ।
सहज सलाने मीत हमोर, सहज सलोने मीत ।
नेह मिले जब सत्कार याये, सत्य मिले गुरु के बतलाय ।
सत् गुरु की हो जीत जगत् में, सुतगुरु ही हैं. मीत ।
आओ मिलकर बोले आज, जय जय, जय जय,
गुरु महाराज ।
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