Monday, November 23, 2020

स्वागत - गान -2

राउर स्वागत त्र्प्राजु करत में त्र्प्रगराइल  फूलल बलिया 
लोग ललची के भाग्य सराहेले धन्य भाग्य धनि- धनि बलिया 

बलिया हS बालमिकी ज्ञानो की 
भृंगुजी  त्र्प्रइसन त्र्प्रइसन त्र्प्रभिमानी  के 
जिन तीन  लोक के दे दिललनि 
बलि राजा त्र्प्रइसन दानी के 
राउर दरसन दान पाइके, ज्ञान दान भूलन बलिया 
राउर स्वागत त्र्प्राजु करत में, त्र्प्रगराइल  फूलन बलिया 

सुरहा दह पुरइनी भरल पात 
सुग्गा मैना सभ चहचहात 
उत्तर सरजू दक्खिन गंगा के 
निरमल जल बा लहलहात 
राउर कोमल चरन धोइके, धोत्र्प्रलसी बलिया 
राउर स्वागत त्र्प्राजु करत में त्र्प्रगराइल फूलल बलिया 

तनके तिनका बूझे वाला , 
सन्मुख त्र्प्ररि से जझे वाला 
जब जब देस गोहारी परली, 
तब हाडा त्र्प्रस लूझे वाला 
राउर दरसन सुख खातिर ई सगरे लूझी परल बलिया 
राउर स्वागत त्र्प्राजु करत में त्र्प्रगराइल फूलल बलिया 

संतावन में धमके वाला 
सं बयालिस में भारत में 
चम् चम चम चमके वाला 
राउर नयन जोति से चम चम पूरा त्र्प्राजु भइल बलिया 
राउर स्वागत त्र्प्राजु करत में त्र्प्रागराइल फूलल बलिया 

लेत देत तनी जोह रहब, 
हमनी पर रखले छोह रहब, 
एइजा से चलि गइलो पर 

हमनी का रउरी टोह रहब 
राउर कृपा रही तS हरदम रामविचार रही बलिया 
राउर स्वागत त्र्प्राजु करत में त्र्प्रगराइल  फूलल बलिया 

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