Monday, November 23, 2020

स्वागत - गान

राउर  करSताटे  स्वागतS गरीबS बलिया 
रउरा जानले नू खोट हS नसीबS बलिया 

भृगुमुनी जी जे हरीजी के लात मरले 
त्र्प्रोही खीसी हरि हमनी से खूब जरले 
मऊज करSता सभ, मूढ़ता दरिद्रता के 
भारS कुल्हि बलिया का माथे परले 
पहीरे के चिरकूS, खाए के बा सतुत्र्प्रा, 
बाटे मूत्र्प्राला का रहत करीबS बलिया 
राउर करSताटे स्वागतS गरीबS बलिया 
रउर  जानीले नू खोटS हS नसीबS बलिया 

मंगल पांडे संतावन में जूझी मरले 
तब कंपनी का मन में किरोधS भरले 
इज्जती उतरलसी बहीनन के 
त्र्प्रवरी घूमी घूमी कतने ऊ गांवS जरले 
जब मिलली स्वतंत्रता तS लखनऊ दिल्ली तक 
घूमी घूमी नापSता जरीबS बलिया 
राउर करSताटे स्वागतS गरीबS बलिया 
रउर जानीले नू खोटS हS नसीबS बलिया 

सन एकइस खेललसी होली बलिया 
त्र्प्रंगरेज संगे कइलसी ठिठोली  बलिया 
गाँधी जी जे सुनले तS खुसS होके कहले 
कि भारतS में दूजा बारडोली बलिया 
जब मिलली स्वतंत्रता तS देखी ना की कईसन 
खाता नोकोंत्र्प्रावSता  मुनिबS बलिया 
राउर करSताटे स्वागतS गरीबS बलिया 
रउरा जानीले नू खोटS हS नसीबS बलिया 

सन ब्यालिस में लडलड त्र्प्रथाह बलिया 
त्र्प्रंगरेजS कइ दिहलसी तबाह बलिया 
त्र्प्रइले जवाहरS तS पीठी ठोकी कहले की 
धन्य बीरS बलिया त्र्प्रा बाह बलिया 
जब मिलल स्वतंत्रता तS देखि ना की कईसं 
होइ गइले गुरुची त्र्प्रा नीबS बलिया 
राउर करSताटे स्वागतS गरीबS बलिया 
रउरा जानीले नू खोटS हS नसीबS बलिया 


बाढ़ी बूढा से ई नित बरबादS रहेला 
सभ रोगनS के ई हे मरजादS रहेला 
कवन कवन दुःख रउरा से कही हम 
देखि देखि बथतS तS लादS रहेला 
त्र्प्रब तS सहात नइखे, त्र्प्रपना उद्धार के ई 
रउरा से पूछे तरकीबS बलिया 
राउर करSताटे स्वागतS गरीबS बलिया 
रउरा जानीले नू खोटS हS नसीबS बलिया 

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