Monday, November 23, 2020

मोर बचपनवाँ

इयादि त्र्प्रावे  मोर बचपनवाँ  ए मयनवां ।
छलकी उठेले मोर नयनवा  हो मयंवा ।।

1

त्र्प्रानर मानर पूत्र्प्रा पाकेला
चिल्लरा खोइंछा नाचेला
चिलरा गइल खेत खरिहान
ले त्र्प्राइल सोरहिया धान
त्र्प्रोही  धान के चिउरा कूटवली
बाम्हन बिसुन सभे जेवंवली
बाम्हन पूता दिहले त्र्प्रासीस
जीत्र्प्रS बचवा लाख बरोस

घुघुत्र्प्रा  मन्ना
उपजी गइले धन्ना
त्र्प्रोही पड़े त्र्प्रागइले
बबुत्र्प्रा के नन्ना

नई भीत उठेले, पुरानी भीत गिरेले
सम्हरिए बुढिया दाई ----------
चन्ना मामा
त्र्प्रारे  त्र्प्रावक
पारे त्र्प्रावक
नदी का
किनारे त्र्प्रानS
सोने का कटोरवा में
दूध भात लेले त्र्प्रावक
बबुत्र्प्रा का मुहंवा में घुटुक।

सोने का कटारवा में दूधS भारS खाइल
झा झा कइल बहुत त्र्प्रगराइल
त्र्प्राखी के मूंदत्र्प्रलि  कोना में लूकाइल
केहू डाँडो केतनो न इचिको डेराइल
त्र्प्रबS जबS खेली मयदनवा ए मयनवा
इयादि त्र्प्रावे मोर बचपनवां ए मयनवा
छलकी उठेले मोर नयनवा हो मयनवा

2

त्र्प्रोका  बोका
तीन तडोका
लाउत्र्प्रा  लाठी
चन्नन काठी
बाग़ में
बघउत्र्प्रा बोले
सावन में
करइली फूले
त्र्प्रो करइली के
नाँव का ?
इजइलि
बिजइलि
पनावा
फूलवा
ढोडिया  पचक ।

हम बानी कोठा पर
बिलरिया बाटे भू इया

हमरा डरे कूकूरा  पराइल जाला
ली ली ली ली  हो ------

खेते  खेते घूमी घूमी ढेढ निकीत्र्प्रावल ।
कुहू कुहू कहि कोइलरि  के रिगावल ।
ललकी बइरिया पर त्र्प्राखि गड़कावल।
महुत्र्प्रा के बोनी बोनि कुरुई भरवल ।
त्र्प्रबS जबS घूमीले बनगवा ए मयनवां ।

मन परे खेत खरिहानवा हो मयंवा ।
इयादि त्र्प्रावे मोर बचपनवाँ  ए मयनवा
छलकी उठेले मोर नयनवाँ  हो मयनवा

3
 तार  काटो
तरकुल काटो
काटो बनखूझा
हाथी पर के घुघरा
झमकी चले राजा
राजा के रजाइया  काटो
भइया  के दुपट्टा
घीची मारो
घींची मारो
मुसरी के बच्चा

ऊँटावा गुरगुरटावा ।
तमाकू पी ए ला ।

हथिया ह्थंग ।
तोरा कान  के पतंग ।

ए बिलरिया  मऊँसी
कोदो के चलउंसी
बिलारा बेराम बा
मोरा कवनी काम था ?

कऊडा बइठी के ऊ राजा रानी कथावा
सुनी सुनी चिहुंकी झनकी उठे माथावा
बघावा , सियारावा, कऊत्र्प्रावा के कहनी
कनछि में छिऊकी  त्र्प्रा पचखी में टहनी
त्र्प्राबS जबS सुनी ब्याख्यानावा ए मयनवा
मन परे कहनी कहनवा हो मयनवाँ
इयादि त्र्प्रावे बीतल जमानावाँ ए मयनवाँ
छलकी उठेले मोर नयनवाँ हो मयनवाँ

4

ताई ताई पूरित्र्प्रा
घीव में चभोरिया
हम खाई कि
भउजी खाई
खाई मलहोरिया
काना बरधा मरी गइल
कानावा मिमोरिया
चिउटा हो चिउटा
मामा के घइलिया
काहे फोरलS हो चिउटा

चिऊँटो के झगरा
छोड़ावS हो चिउटा

राम जी राम जी धाम करS
सुगवा सलाम करS
तोहरा बालाकावा  का जडव्Sता
चरखा फुकी फुकी तापत  या

लाता मूकी लाता मूकी लाता मूकी

बोरसी में घीकलS खाएक गुबुराबल
माई के पिसानSके  ऊ चिरई पकावल
भउरा में त्र्प्रलूत्र्प्रा त्र्प्रा कन डभुरावल
घोकले त्र्प्रागरिया में डभका ततावल
त्र्प्रब जब खाई मिहीदानावा ए मयनवा
मन परे चनवा के दानवा हो मयनवाँ
इयादि त्र्प्रावे बीतलS जमानावाँ ए मयनवाँ
छलकी उठेले मोर नयनवा हो मयनवा

5
बक बक बकुला
बक  परवन्ना

ए बकुला तोर कररली पांखी
चरि चुक्का एक्के त्र्प्राखी
बकुला बकुला
कांहा जालS
मुरई  का खेते
सेर भरी सतुत्र्प्रा
ले ले जा
गंगा में
गिरवले  जा
गंगा में के खूंटी खांटी
लोहे के मचान
सगरी किरीत्र्प्रावा
उतरिहS भगवान

सुतरी पर सुतरी
हजार किरीत्र्प्रा उतरी

थूड़ी मेच्चा
बूडा बूड़ी खेलिके ऊ पोखरा नहाइल
घरवा चाहुपते ऊ सज से डटाइल
कोइरी का देवता नित्र्प्रर चुप खाइल
दादी जी का कोरवा में तब त्र्प्रउघाइल
त्र्प्रबS कबS तरS करी त्र्प्रसनानावा  ए मयनव
इत्र्प्रादित्र्प्रावे बीतल  जनानावा ए मयनवाँ
छलकी उठेले मोर नयनवाँ हो मयनवाँ

6

एडी, दोडी, तीलिया, चौकी, चम्पा, सेक, सूतेक  = एक फूल

माई ! माई !
हूँसु त्र्प्रा दे !
ऊ हंसुत्र्प्रा काहे के
खरई कटावे के
ऊ खरई   काहे के
मंडई  छवावे के
ऊ मंडई  काहे के
गोरुत्र्प्रा ढूकाबे  के
ऊ गोरुत्र्प्रा काहे के
गोबरा बढ़ावे के
ऊ गोबरा काहे के
त्र्प्रागाना लिपावे के
ऊ त्र्प्रागना काहे के
गोहूँत्र्प्रा सुखावे के
ऊ गोहूँत्र्प्रा काहे के
पीसाना पिसावे के
ऊ पीसाना काहे के
लिचुई पकावे के
ऊ लिचुई काहे के
भऊजी के खित्र्प्रावे के
ऊ भऊजी  काहे के
लाले लाले पूत उपजावे के
ऊ पूत काहे के
देस के बंचावे के

चल सिपाही नारा
संतावन गंज मारा
संतावन गंज साही
हम तS देस के सिपाही

मुरुगा बनाके जुरुमाना त्र्प्रसुलाइल
लंगटे लोगन के चउक में पिटाइल
गोली खा के रहरो  में चुप त्र्प्राऊघाइल
गावे गावे घूमी घूमी मंडई  फूंकाइल
देखला बेत्र्प्रालिस जमानावा ए मयनवा
मन परे खरई काटा नावा हो मयनवा
इयादि त्र्प्रावे बीतल जमानावा ए मयनवाँ
छलकी उठेले मोर नयनवाँ हो मयनवाँ

7

ताले के पानी
पाताले जा
सेर भर दुधिया
देले जा
सुखS सुखS पटरी
तोहके लगाइबि  कजरी

कS
कानून का
हरसिन  का
दिरघर   कि
तारकुन कु
बारजुन कू
एकमति   के
डोले    के
करमत     को
दुरुमचन्ना कौ
मास्ते   क
दुरवासी  क :

कSनवां  मुंह फेरम्फेरी
चार नवा मुंह फेरम्फेरी

कS नवां मुंह जुट्टम   जुट्टी
सात नवां मुंह जुट्टम   जुट्टी

पंद्रह 
दूनी तीस 
तियां पैतालीस 
चउके साठ 
पांचे पचहत्तर 
छक्के  नब्बे 
सात पंचोट्र 
त्र्प्राठे  बीसा 
नवां पैतीसा 
झामक झूमक डेढ सइ 

छब्बीस दूनी बावन 
फेके गइले झंगरु 
फेका गइले मंगरु 

दुधिया त्र्प्रा कजरी में तबके नहाइल 
कुरुता में थोका  धुरी चोकटाइल 
पंडी जी से पढ़ला त्र्प्रा तब के डेराइल 
पटरी नचावत ऊ घरे चलि त्र्प्राइल 
डिगिरी लिहली जब पहिरी गाउनवां ए मयनवां 
मन परे पाठ के पढ़नवां हो मयनवां
इयादि त्र्प्रावे बीतल जमानावाँ ए मयनवां
छलकी उठेले मोर नयनवां  हो मयनवां 

चली त्र्प्राव रसिया चली जाव रसिया 
डोरी लादे महल चली त्र्प्राव रसिया 
डोरी लादे महल चली त्र्प्राव रसिया 

त्र्प्रइले फागुन मास, त्र्प्रइले फागुन मास 
ए सइया ! काहे ना त्र्प्रइलS

तनी गवे गवे बोलू तनी धीरे धीरे बोलू 
जीव जनि मारू कोइलरिया ।

बरीत्र्प्रतिया मंगली सबेर तS त्र्प्रइली  त्र्प्रवेर रे 
दीया लेसि लेसि देखि तS कुल्हि बकडेर रे ।

मंगनी के नथिया मंडउत्र्प्रा झमकवलेरे  ए छित्र्प्रवा भसूर 
लाजो ना लागे रे ए छित्र्प्रवा  भसूर लाजो ना लागे रे ।

हंसत खेलत मोरे बाबू गइले मनधूमिल काहे त्र्प्रइले , 
मनधूमिल ----------------

डाफारा के बाजल त्र्प्रा तिलक चढावल 
भातS कोहरथ के त्र्प्रा मउरि बन्हावल 
मंडवा में बइठल  भांवरि घुमावल 
देवकुरी घूमी घूमी ककन छोड़ावल 
जब टंगरी में परि गइले छानावाँ ए मयनवाँ 
छुटी गइले कुल्हि छउकानावा हो मयनवा 
इयादि त्र्प्रावे मोर बचपनवाँ ए मयनवाँ 
छलकी उठेले मोर नयनव हो मयनवाँ 

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